#इस्लाम_ही_नही_बौद्धों_ने_भी_हिन्दुओ_को_लूटा_है
उरुग्वे में कुवा ( kuwa ) नामक एक स्थान पर एक प्राचीन मंदिर भी पाया गया है । जिसमे विशाल मूर्ति के ललाट पर एक नेत्र भी है । फिर भी पुरातत्व विभाग के लोग उसे गौतम बुद्ध की मूर्ति कहते है । इसका एक ही कारण हो सकता है, की हिन्दुओ के मंदिर पर बौद्धों का कब्जा ! यह अगर हम छोड़ भी दे, तो गौर करने की बात है , बुद्ध की सभी मुर्तिया लेटी हुई अवस्था मे है । यह सब किसी समय भगवान विष्णु की मुर्तिया रही है । विष्णु के लेटे रहने का कारण है, की भगवान विष्णु के गर्भ से ब्रह्मा का जन्म हुआ है, इसलिए प्रसूति के समय भगवान विष्णु का लेटे रहना स्वाभाविक है, किन्तु बुद्ध को लेटा हुआ बताने के क्या प्रयोजन है ? इस तरह किसी श्रेष्ठ व्यक्ति का बिना काम के लेटा रहना शिष्टाचार है भी नही !
सत्य यही है, की बौद्धों ने भी हिन्दुओ के मंदिरो भवनों पर वैसे ही कब्जा किया है, जैसे मुसलमानो ने ! ओर आज हमारे मंदिरो को यह अपना बताकर गर्व से फुले जाते है । नही तो बुद्ध के त्रिनेत्र ओर लेटे होने का क्या मतलब ?
पुष्यमित्र ओर मिहिरकुल ने ऐसे ही बौद्धों से इतनी घृणा नही की थी !
No comments:
Post a Comment